शुक्रवार, 21 नवंबर 2008

बेहोशी की नई दवा: क्या आपको मालूम?

एक ज़माना था

जब किसी को कुछ पल के लिएबेहोश करने के

लिएक्लोरोफार्म सुंघाया जाता था…


फिर एक ज़माना आया…
जब कुछ घंटों के लिए किसी को
बेहोश करने के लिए ….नशीली दवा और इंजेक्शन का प्रयोग किया जाने लगा…..


…और एक ज़माना यह है…
न क्लोरोफार्म…न दवा …न कोई इंजेक्शन…
अब किसी को बेहोश करने के लिए चाहिए
बस एक टेलिविज़न …..
सिनेमा, सीरियल या फिर क्रिकेट दिखाते रहिये
वे घंटे दो घंटे नहीं…सालों बेहोश रह सकते हैं….

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