शनिवार, 29 नवंबर 2008

क्या आप होश में हैं?


पारिवारिक संबंधों में ज़हर घोलते---सीरियल


विभत्स आपराधिक घटनाओं को मनोरंजन बनाती---खबरें


अपराध-अश्लीलता का पाठ पढाती---फिल्में तन-मन-जीवन को बीमार बनाते---विज्ञापन


सांस्कृतिक मूल्यों को ध्वस्त करते---प्रोग्राम


कीमती समय को निगलते खेल बनाम व्यापार--क्रिकेट प्रसारण
जरा सोचिये....टीवी देखकर टाइम पास करना कितना खतरनाक हो सकता है!!!!!

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