प्रिय युवाओं! आपको ढेर सारा प्यार!
आप अखबारों की इन कतरनों को देखिये, पढिये। यकीनन आप भी कह उठेंगे वैलेंटाइन डे मुर्दाबाद!!!यह ख़बर आज "दैनिक जागरण" में छपा है। लन्दन की ख़बर, कल बनेगी हिन्दुस्तान की ख़बर???

प्रेम दीवाने कहते हैं की प्रेम विवाह से दहेज़ प्रथा ख़त्म होगी। परन्तु दिल्ली की यह खबर कुछ और बयाँ कर रही है.....

यह कैसा प्रेम शादीशुदा पति और पत्नियों का जो कथित प्रेमी और प्रेमिकाओं के संग फरार हो रहे हैं?????

प्रेम करने के बहाने शारीरिक सम्बन्ध बना अपना उल्लू सीधा कर शादी से मुकरने वाले प्रेमियों की कमी नहीं...

दहेज़ हत्या और प्रताड़ना एक कारन प्रेम विवाह भी.....

फिल्मों और टीवी धारावाहिकों के प्रभाव में आकर आज के मुन्ना-मुनियाँ प्रेम के चक्कर में फरार तो हो जाते हैं, मगर रिमांड होम और जेल की हवा खाने चले जाते हैं...

नये जमाने में अब साइबर प्यार होता है और शादियाँ भी इन्टरनेट पर। मगर ये शादियाँ लोगों को ठगी के साधन बन रहे हैं...

जब प्यार और शादी हाईटेक हो रही हैं तो तलाक कैसे बाकी रहेगा भइया!!!

वास्तव में ऑनलाइन शादियाँ भी फ्लॉप हो रही हैं जनाब!!!

आत्महत्या कारन पैसे जरूर था पर असली कारन प्रेम विवाह था। घर से दोनों को निकाल दिया गया था। दोनों संघर्ष नहीं कर पा रहे थे...बीवी तंग आकर मौत को गले लगा लिया...

सर्वेक्षण बताते हैं---आत्महत्या का ३.६ प्रतिशत कारन प्रेम-प्रसंग

प्रेम हैं हथियार वैश्यावृति बढ़ने का भी...
"कितना दुःख भरा सच है इन कतरनों मे......"
जवाब देंहटाएंRegards
कतरनें तो सच्ची हैं, पर प्यार का तूफ़ान कुछ सोचने और समझने ही कहाँ देता है ?
जवाब देंहटाएंअरे वाह भाई! बात ज़रूर आह करने वाली है, पर वाह आपकी ठेठ ख़बरनवीसी नज़र के लिए.
जवाब देंहटाएंlage raho bhai
जवाब देंहटाएंगुलाबी चड्डी समर्थक आते ही होंगे आपकी खबर लेने… अरे भाई यही तो है अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता, काहे आप इसमें खलल डालते हैं… जिसे जो करना हो करने दो… जब भुगत लेंगे, समाज को बरबाद कर लेंगे, तभी चैन मिलेगा… और अकल आयेगी…
जवाब देंहटाएंबेजोड़ संकलन ! चित्र ही सब कुछ बोलते हैं। इसके बाद किसी 'प्रवचन' की जरूरत ही नहीं होगी।
जवाब देंहटाएंसाधुवाद !